जबलपुर- जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए वीभत्स आतंकी हमले में निर्दोष नागरिकों की बेरहमी से की गई हत्या ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस निर्मम घटना ने न सिर्फ इंसानियत को शर्मसार किया है, बल्कि देश के हर संवेदनशील नागरिक को झकझोर कर रख दिया है। आतंक के विरुद्ध इस राष्ट्रीय शोक और आक्रोश के बीच जबलपुर भी खामोश नहीं है।
इस नृशंसता के विरोध में जबलपुर के मंडी मदार टेकरी क्षेत्र में एक जन-जागरूकता कार्यक्रम के तहत आतंकवाद का पुतला दहन किया जाएगा। यह कार्यक्रम कल, शुक्रवार 25 अप्रैल 2025 को, नमाज़-ए-जुमा के तुरंत बाद आयोजित किया जाएगा।
इस आयोजन के माध्यम से जबलपुरवासियों की ओर से यह स्पष्ट संदेश दिया जाएगा कि आतंकवाद, नफ़रत और हिंसा की कोई भी विचारधारा इस देश की एकता और अखंडता को नहीं तोड़ सकती। यह आयोजन आतंकवाद के विरुद्ध जनाक्रोश का प्रतीक बनेगा और शांति, भाईचारे एवं राष्ट्रीय एकता का संकल्प दोहराया जाएगा।
इस कार्यक्रम के आयोजक — मतीन अंसारी, मजहर उस्मानी, आसिफ इकबाल, यावर चौधरी, मुख्तार अली, शेख फारुख, तौफीक चंकी, अस्सु खान, रेहाब कोटी, अफसार खान, आज़म कुरेशी, मोहम्मद अली, आमिर पहलवान और तारिक हिना — ने जबलपुर की आम जनता, सामाजिक संगठनों और युवाओं से बड़ी संख्या में उपस्थिति की अपील की है।
कार्यक्रम के संयोजकों ने कहा, "यह विरोध किसी धर्म, जाति या समुदाय के खिलाफ नहीं, बल्कि उस अमानवीय सोच के खिलाफ है जो आतंक को बढ़ावा देती है। हम सबको मिलकर ऐसी ताकतों को नकारना होगा जो देश की एकता को तोड़ना चाहती हैं।"
आयोजन स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था और शांतिपूर्ण कार्यक्रम सुनिश्चित करने हेतु स्थानीय प्रशासन से भी सहयोग की अपेक्षा की जा रही है। आयोजकों ने स्पष्ट किया है कि यह विरोध पूरी तरह अहिंसात्मक और लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित रहेगा।
यह आयोजन सिर्फ एक पुतला दहन नहीं, बल्कि मानवता के पक्ष में और आतंकवाद के खिलाफ खड़े होने का साहसिक ऐलान है। जबलपुरवासियों से अपील की जाती है कि वे बड़ी संख्या में पहुंचकर इस संदेश को और अधिक बुलंद करें।ण।