विश्व का सबसे बड़ा महा कुंभ में विशाल यज्ञशाला में हवन यज्ञ किया जाएगा
इस बार पूरे कुंभ में अलग-अलग यज्ञ किए जाएंगा
पहली बार सेना के शहीदों को यज्ञ के द्वारा देंगे श्रद्धांजलि
विश्व कल्याण के लिए 111 कुंडीय अतिरुद्र यज्ञ
700 शहीदों के परिजनों को महाकुम्भ में आने का न्योता भी दिया गया है।
108 कुंडीय यज्ञशाला में 1100 आचार्य देंगे आहुति
उत्तर प्रदेश संवाददाता / प्रयागराज महाकुंभ मेले के सेक्टर नंबर 10 में बनाई गई विशाल यज्ञशाला जहां पर कल से शुरू होगा हवन यज्ञ इस बार पूरे कुंभ में अलग-अलग यज्ञ किए जाएंगे
1- सेना के शहीदों को यज्ञ से देंगे श्रद्धांजलि
हरिश्चंद्र मार्ग पर महाकुंभ मेले में पहली बार सेना के शहीदों को यज्ञ के जरिए श्रद्धांजलि दी जाएगी। शिविर में 108 हवन कुंड तैयार किए जा रहे हैं। 14 जनवरी से 12 फरवरी तक आहुतियां दी जाएंगी। अति विष्णु महायज्ञ सेवा समिति के शिविर में संत बालकदास की देखरेख में आयोजन होगा। जिला सैनिक कमेटी के माध्यम से 700 शहीदों के परिजनों को महाकुम्भ में आने का न्योता भी दिया गया है।
2- विश्व कल्याण के लिए 111 कुंडीय अतिरुद्र यज्ञ
सोमेश्वर धाम नवचंडी के आश्रम में जनकल्याण की कामना को लेकर 111 कुंडीय अतिरुद्र महायज्ञ का आयोजन होगा। स्वामी महेशानंद गिरि की अगुवाई में 21 से 28 फरवरी तक 151
3-108 कुंडीय यज्ञशाला में 1100 आचार्य देंगे आहुति
श्री राम लोचन स्वरूप ब्रह्मचारी बाबा लिलौटीनाथ के शिविर में 108 कुंडीय यज्ञशाला में 1100 आचार्य विश्व कल्याण के लिए आहुतियां देंगे। शिविर में 14 जनवरी से 12 फरवरी तक हवन और दुर्गा सप्तशती का पाठ होगा। उससे पहले 13 जनवरी को कलाश यात्रा निकाली जाएगी।
4- जन कल्याण के लिए 33 कुंडीय यज्ञ
सेक्टर 19 स्थित शंकरदेव चैतन्यय ब्रह्मचारी के शिविर में 33 कुंडीय खूबसूरत यज्ञशाला बनाई गई है। इसमें विश्व और जनकल्याण की कामना के साथ 22 जनवरी से 12 फरवरी तक आहुतियां दी जाएंगी। 251 आचार्य सुबह सात बजे से शाम तक हवन-पूजन करेंगे।